5 week pregnancy symptoms in hindi
आम लक्षण
कहा जाता है कि प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने पूरी प्रेग्नेंसी में सबसे मुश्किल होते हैं। शरीर में छोटे-छोटे इतने बदलाव आते हैं कि उनका हिसाब लगाना मुश्किल होता है। पर ऐसा भी होता है कि कुछ महिलाओं को कोई भी बदलाव नहीं दिखाई देता। प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए अलग अनुभव है। फिर भी इस समय होने वाले कुछ आम लक्षण हैं:
ब्रेस्ट में दुखन: प्रेग्नेंसी के सबसे पहले लक्षणों में से एक है ब्रेस्ट में दुखन। चूंकि इनका विकास होना शुरू हो जाता है इसलिए दर्द आम है।
बार-बार यूरिन आना: आप को बार-बार बाथरूम जाने की इच्छा होने लगेगी। ऐसा आपकी किडनी में हुए बदलावों की वजह से होता है।
जी मिचलाना: प्रेग्नेंसी में इस समय पर महिलाओं को बार-बार जी मिचलाने की समस्या होने लगती है। खासकर सुबह उठते ही, इसलिए इसे मॉर्निंग सिकनेस भी कहा जाता है। दिन में कब कौन सी चीज की खुशबू बुरी लगने लगे कहा नहीं जा सकता। लेकिन कुछ महिलाओं का बिल्कुल भी नहीं मिचलाता जो कि सामान्य बात है।
थकान: पांचवें हफ्ते में अचानक बहुत थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है। शरीर को आराम की जरूरत होती है। ऐसे में थोड़े-थोड़े अंतराल पर कुछ देर के लिए नींद लेनी चाहिए। डाइट पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि शरीर में ब्लड शुगर लेवल कम न हो जाए और आपको एनर्जी मिलती रहे।
क्रैम्प्स: शरीर में हार्मोन्स के उतार-चढ़ाव और पानी की बढ़ती जरूरत की वजह से पैरों में क्रैम्प्स या ऐंठन की समस्या हो सकती है। यह सामान्य है, घबराएं नहीं पानी और दूसरे पेय पदार्थ लेती रहें।
हल्की ब्लीडिंग: इस समय कभी-कभी हल्की ब्लीडिंग नजर आती है। आपके शरीर में भ्रूण अपनी जड़ें जमा रहा है इसलिए बहुत थोड़ी मात्रा में ब्लड आना सामान्य है। लेकिन ज्यादा हो तो फौरन अपनी डॉक्टर से संपर्क करें।
मूड में उतार-चढ़ाव: चूंकि आपका शरीर अपनी सामान्य स्थिति में नहीं है, वहीं हार्मोन्स लेवल कम-ज्यादा होना भी आपके मूड को प्रभावित करता है। रिलेक्स रहें, खुश रहने की कोशिश करें।
शरीर में बदलाव: अभी भी आपके शरीर में कुछ खास बदलाव नहीं दिखेंगे। पेट का आकार भी आपको बढ़ा महसूस होगा लेकिन और लोग बिना बताए नहीं पहचा पाएंगे। इसके अलावा पिछले हफ्तों की तरह आपको अपने ब्रेस्ट में भारीपन और दर्द महसूस होगा। थकान और कमजोरी महसूस होने लगेगी। शरीर का तापमान कुछ ज्यादा रहेगा। चीजों को सूंघने की क्षमता बढ़ जाएगी। हॉर्मोन्स का उतार-चढ़ाव जारी रहेगा जो बार-बार मूड बिगड़ने के रूप में दिखाई देगा। ब्लास्टोसाइट के यूटेरस में इंप्लांट होने पर स्पॉटिंग दिखाई दे सकती है। मतलब खून की एक बूंद दिखाई दे सकती है।