Saturday, January 4, 2020

pcod me pregnant kaise ho | PCOD है क्या?

pcod me pregnant kaise ho | क्या PCOS होने पर प्रेगनेंट नहीं हो सकते | 

PCOD है क्या?

PCOD महिलाओं की प्रजनन क्षमता | 

(पी.सी.ओ.एस.) और गर्भावस्था 


PCOD एक ऐसी कंडीशन है जहाँ महिलाओं की ओवरी बड़ी हो जाती है और फॉलिकल cysts बहुत छोटा हो जाता है । इस वजह से ओवरी में आये एग्स को शरीर से बाहर निकाल पाना असंभव सा हो जाता है ।
साउथएन्ड आईवीएफ फर्टिलिटी सेंटर की डॉ.सोनिका मलिक बताती हैं "जिन महिलाओं को PCOD होता है उनमे रिप्रोडक्टिव या हार्मोनल इमबैलेंस के आसार दिखते हैं।  यहाँ ओवरी एण्ड्रोजन (मेल हॉर्मोन) ज्यादा बनाने लगती हैं। इसकी ज्यादा मात्रा एग्स के विकास और ओवलुशन के दौरान शरीर से बाहर निकलने की प्रक्रीया पर असर डालती है ।

वो इन संकेतों के बारे में भी बताती हैं जो PCOD की शुरुवात हो सकते है ।
  • छोटी उम्र में अनियमित पीरियड, पीरियड का न होना, बालों का झड़ना
  • रिप्रोडक्टिव ऐज ग्रुप में महिलाएं फर्टिलिटी इश्यूज से होकर गुजरती हैं । PCOD  महिलाओं में इनफर्टिलिटी के मुख्य कारणों में से एक है ।
  • Hirsutism— चेहरे पर, छाती पर, पेट पर, पीठ पर अंगूठों पर या पैरों के अंगूठों प्र बालों का बढ़ना।
  • ओवरी में Cysts चेहरे पर दाग धब्बे, तेलीय चेहरा या डैन्ड्रफ भी दे सकता है ।
  • इससे मोटापा बढ़ने और वजन बढ़ने की शिकायत भी हो सकती है । बाल झड़ना या पतले हो जाना।
  • गर्दन, बांह, छाती, जाँघों आदि जगहों पर धब्बे पड़ जाना।

  • ज्यादा शुगर वाले फ़ूड से परहेज करें । याद रखें ज्यादा शुगर की समस्या सॉफ्ट ड्रिंक, कूकीज, केक, चॉकलेट, मिठाई और नाश्ते में processed cereals खाने से होती है ।
  • फ्रुक्टोस कॉर्न सिरप आदि चीजों से बने पदार्थ भी न खाएं
  • सब्जियां दिन में 5 बार जरूर खाएं ।
  • किसी भी तरह का processed food जैसे, सफेद आटा, पास्ता, डब्बाबंद cereal आदि न खाएं
  • प्रोटीन के लिए आपको whole grain खाना ही होगा ।
  • फाइबर शरीर के खून में शुगर को नियंत्रित रखता है । दिन ने कम से कम 25 से 30 ग्राम फाइबर खाने की कोशिश करें ।
  • प्रोटीन भी ब्लड शुगर को नियंत्रित रखती है । प्रोटीन के मुख्य श्रोतों में से मछली, आर्गेनिक अंडे, lean red meat, आर्गेनिक चिकन, अनाज, आदि कुछ प्रमुख हैं ।
  • आपके डाइट में किस तरह का फैट है ये भीश्रीर में इन्सुलिन की मात्रा को सही बनाये रखने में सहायक होता है । कोल्ड वाटर फिश, आर्गेनिक एग, एवोकैडो, वर्जिन ओलिव आयल, नट्स, आदि में जरूरी फैटी एसिड मौजूद होते हैं।
  • ध्यान रखें की आप इन चीजों का रोज सेवन करते हों, सुबह और दोपहर के बीच में और फफर और शाम के बीच में हेल्थी स्नैक्स भी लेते रहना चाहिए।
  • फल, नट्स, बीज, दही आदि ध्यान से खाते रहें
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